Gold Jewellery Fraud

निक्कामल बाबूराम ज्वैलर्स ने 22 कैरेट बताकर बेची 15 कैरेट की ज्वैलरी

22 कैरेट गोल्ड बता उसमें अन्य धातुएं मिला कम कैरेट का गोल्ड बेचना सैक्टर-22 के एक नामी ज्वैलर को महंगा पड़ा है। डिस्ट्रिक्ट कंज्यूमर फोरम ने उसे सेवा में कोताही बरतने का दोषी पाते हुए ज्वैलरी तुरंत 22 कैरेट की गोल्ड ज्वैलरी से रिप्लेस करने या मार्कीट वैल्यू देने और दो लाख रुपए हर्जाना शिकायतकर्ता को देने के आदेश दिए हैं। अदालती खर्च के रुप में 15 हजार रुपए भी चुकाने होंगे। फैसले की कॉपी मिलने के 30 दिन में आदेशों का पालन करना होगा अन्यथा 9 प्रतिशत ब्याज सहित रकम देनी पड़ेगी।

फोरम ने अपने फैसले में कहा कि ऐसे कई उपभोक्ता और हो सकते हैं जिन्हें इस मामले का पता न हो और जिन्होंने इस व्यापारी से 22 कैरेट के रुप में बताया हुआ गोल्ड खरीदा हो जो असल में 15 कैरेट या इससे कम हो। ऐसी परिस्थितियों में समाज हित में दंडात्मक हर्जाना न्यायोचित है। फोरम ने इस ज्वैलर को अनैतिक व्यापारिक गतिविधियों के लिए 5 लाख रुपए जुर्माना किया है।

लैब में जांच करवाई तो पता लगा

सैक्टर 41-बी के राज कुमार ने सैक्टर 22-डी के निकमल बाबूराम ज्वैलर से 8 नवंबर, 2000 में 22 कैरेट के दो कड़े और एक गले की चेन खरीदी थी। उसके अलावा 22 कैरेट के 4 गोल्ड बैंगल्स 22 नवंबर, 2000 में 28,967 रुपए के खरीदे थे जिनका भार 51.77 ग्राम था। शिकायतकर्ता ने फरवरी, 2016 में एक न्यूज पढ़ी की पंचकूला के संजीव गोयल को 22 कैरेट का बोल 16.25 कैरेट गोल्ड बेचने पर संबंधित दुकानदार के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। ऐसे में शिकायतकर्ता ने दिल्ली स्थित सर्टिफाइड लैब से खरीदी ज्वैलरी की जांच करवाई।

जिसमें पता चला कि बैंगल के आंतरिक और बाहरी तरफ सिल्वर, कॉपर और जिंक जैसी हल्की धातुओं से 22 कैरेट गोल्ड की परत चढ़ाई है। ऐसे में गोल्ड की शुद्धता 64.9 प्रतिशत(15.5 कैरेट) पाई गई। बैंगल्स का भार मार्च, 2016 में सिर्फ 41 ग्राम था। वहीं गोल्ड चेन की गुणवत्ता भी 81.2 प्रतिशत(19.5 कै रेट) पाई गई। दूसरी ओर शिकायतकर्ता काफी पहले संबंधित दुकानदार को कड़े वापस कर चुका था। चेन पर दुकानदार की स्टैंप वाला लॉक गुम गया था। शिकायत के मुताबिक दुकानदार ने कड़े व चेन के सिर्फ क्वालिटी सर्टिफिकेट दिए थे व सिर्फ बैंगल्स के बिल दिए थे।

लोग गोल्ड को सुरक्षित निवेश समझते हैं: फोरम

फोरम ने लैब रिपोर्ट के आधार पर गोल्ड की शुद्धता के आंकड़े जांचे। इसके आधार पर पाया कि जिन गोल्ड आइटम्स को 51.770 ग्राम भार बता बेचा गया वह असल में 41 ग्राम था। फोरम ने कहा कि गोल्ड एक ऐसी आईटम है जो खराब नहीं होती और लोग इसे सुरक्षित इनवैस्टमैंट समझते हैं। प्राचीन काल से गोल्ड समाज में अहम स्थान रखते हैं। कई समारोह जैसे विवाह, बर्थडे आदि पर लोग अपनों को यह उपहार के रुप में देते हैं ताकि भविष्य में उन्हें मदद मिले।

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