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जेट एयरवेज MAX-737 एयरक्राफ्ट से कराएगा दुनिया की सैर, आप भी होंगे सफर में शामिल

अपने मुसाफिरों की यात्रा को बेहतर और आरामदायक बनाने के लिए जेट एयरवेज जल्‍द ही अपनी एयरक्राफ्ट फ्लीट में दुनियां के सबसे लेटेस्‍ट एयरक्राफ्ट बोइंग MAX-737 को शामिल करने जा रहा है. 19 जून को पहले MAX-737 एयरक्राफ्ट की डिलीवरी जेट एयरवेज को अमेरिका के सिएटल शहर में मिलने वाली है. जेट एयरवेज के तय शेड्यूल के मुताबिक अत्‍याधुनिक सुविधाओं से युक्‍त MAX-737 एयरक्राफ्ट 20-21 जून को दिल्‍ली पहुंच जाएगा. जिसके बाद, डायरेक्‍टर जनरल आफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) द्वारा तय की गई प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद इस विमान को मुसाफिरों की यात्रा को बेहतर और अविस्‍मणीय बनाने के लिए रन-वे पर उतार दिया जाएगा.

एयरलाइंस से जुड़े वरिष्‍ठ अधिकारी के अनुसार Max-737 एयरक्राफ्ट दुनियां में मौजूदा सभी एयरक्राफ्ट से लेटेस्‍ट और बेहतर सुविधाओं वाला है. यह एयरक्राफ्ट मुसाफिरों के फ्लाइंग एक्‍सपीरियंस को बदलेगा ही, साथ ही पर्यावरण को बेहतर बनाने में भी मददगार होगा. उन्‍होंने बताया कि एयरक्राफ्ट में खासतौर पर डिजाइन किए गए ‘V’ शेप के विंग लेट्स लगाए गए हैं. जिसकी मदद से करीब 14 फीसदी फ्यूल की बचत की जा सकेगी. इसके अलावा, इस विमान में करीब 210 मुसाफिरों के बैठने की व्‍यवस्‍था की गई है. यह विमान एक बार उड़ान भरने के बाद करीब 3550 नॉटिकल माइल्‍स यानी 6570 किलोमीटर का सफर एक बार में तय कर सकेगा. इस विमान के आने के बाद लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों को कनेक्टिंग एयरपोर्ट पर समय बर्बाद करने की जरूरत नहीं पड़ेगी.

मुसाफिरों की यात्रा को आरामदेह बनाने के लिए किए गए ये बदलाव

मुसाफिरों की यात्रा को आरामदायक बनाने के लिए बोइंग ने MAX-737 एयरक्राफ्ट के बिजनेस क्‍लास में कुछ खास बदलाव किए है. बदलाव के तहत बोइंग ने बिजनेस क्‍लास के मुसाफिरों को ज्‍यादा लेग स्‍पेस देने के लिए इन-फ्लाइट इंफार्मेशन सिस्‍टम की स्‍क्रीन के नीचे की जगह को खाली किया है. जिस समय, मुसाफिर आराम करना चाहेंगे, उनकी सीट का फुटरेस्‍ट खुलकर उस खाली जगह के अंदर चला जाएगा. जिससे मुसाफिरों की सीट एक बेड की तरह तब्‍दील हो जाएगी. इसके अलावा, फ्लाइट के इंटीरियर में हुए बदलावों में रीडिंग लाइट और वेंटिलेशन पैनल को बेहतर बनाना शामिल है. बदलाव के दौरान इस बात का ध्‍यान रखा गया है कि अक्‍सर मुसाफिरों की गलती से होने वाली अटेंडेंट कॉल न हो. विमान के हैंड बैगेज रखने के लिए केबिन के साइज को बड़ा किया है. हैंड बैग केबिन को लॉक और अनलॉक करने के लिए स्‍पेशल पैनल बनाए गए हैं. हैंड बैगेज केबिन के नीचे एक स्‍क्रीन भी लगाई गई है, जिसमें विमान के बाहर के दृश्‍यों को मुसाफिर विमान के भीतर से देख सकेंगे.

लाइटिंग के रंग से पता चलेगा, अब क्‍या होने वाला है

लंबी दूरी की उड़ान में विमान के भीतर एक जैसा माहौल यात्रा को बेहद बोरिंग बना देता है. यात्रा के दौरान मुसाफिरों का मन बदलने के लिए बोइंग ने विमान में खास तरह की मल्‍टीकलर लाइटिंग सिस्‍टम लगाया है. मल्‍टीकलर लाइटिंग सिस्‍टम एयरक्राफ्ट के इंटीरियर को बेतहर बनाएंगी ही, साथ ही रोशनी के रंग से मुसाफिरों को पता चल जाएगा कि अब आगे क्‍या होने वाला है. मसलन, MAX-737 एयरक्राफ्ट के टेकऑफ और लैंडिंग के दौरान सफेद रंग की रोशनी होगी. इसी तरह, जिस समय विमान में खाना परोसा जाएगा, उस समय रोशनी पीले रंग की होगी. सूर्योदय और सूर्यास्‍त के समय विमान में हल्‍के नारंगी रंग की रोशनी होगी. वहीं रात के दौरान विमान के भीतर गहरे नीले रंग की लाइट जलाई जाएगी. इस तरह, विमान में रोशनी के रंग से मुसाफिरों को पता चल जाएगा कि अब खाना परोसा जाएगा या अब विमान उनके गंतव्‍य एयरपोर्ट पर लैंड होने वाला है.

जेट एयरवेज ने 150 MAX-737 का दिया है आर्डर

जेट एयरवेज ने बोइंग कंपनी को कुल 150 बोइंग 737 MAX का आर्डर दिया है. जिसमें 75 एयरक्राफ्ट का आर्डर हाल में अप्रैल के महीने में दिया गया है. उल्‍लेखनीय है कि मौजूदा समय में, जेट एयरवेज के पास करीब 120 एयरक्राफ्ट की फ्लीट है. जिसमें बोइंग 777-300ERs, एयरबस A330-200/300, नेक्‍स्‍ट जनरेशन बोइंग 737 और एटीआर 72-500/600 शामिल हैं. जेट एयरवेज की नई फ्लीट आने के बाद कुछ पुराने विमानों को रिटायर किया जा सकता है.

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