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युवक को उठाया, 11 गोलियां मारी और डेराबस्सी में फेंक गए शव, ऐसे हुई शिनाख्त

डेराबस्सी में एक नौजवान की गोलियों से छलनी लाश मिलने से क्षेत्र में दहशत फैल गई। शव की हालत देखकर पुलिस भी हैरान है। वीरवार सुबह करीब 8 बजे डेराबस्सी से समगोली को जाने वाली सड़क पर स्थित बीड़ में लाश का पता लगने पर पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन 11 बजे तक लाश की शिनाख्त न होने के कारण पुलिस के हाथ पांव फूल गए।

सोशल मीडिया पर लाश की फोटो वायरल होने के बाद मृतक की पहचान 25 वर्षीय विवेक राणा पुत्र उमेश राणा निवासी गांव कोली, शामली के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। पुलिस को मौके से 9 एमएम पिस्तौल के तीन खाली खोल और दो गोलियां बरामद हुई हैं।

मौके पर पहुंचे हरियाणा के जिला बराड़ा पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि बुधवार रात उन्हें उक्त नौजवान के लापता होने की शिकायत मिली थी। मरने वाले युवक विवेक के दोस्त अभिषेक ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह विवेक और नितिन के साथ आल्टो कार में जा रहे थे। इस दौरान कुछ जान पहचान वाले नौजवान उनके पास आकर रुके और उन्होंने विवेक को अपनी सफारी कार में बैठा लिया।

वे भी अपनी कार लेकर उनके पीछे चलते रहे। कुछ दूर जाने के बाद वे भीड़ में गायब हो गए। इसके बाद देर रात तक विवेक की कोई सूचना न मिलने पर उन्होंने बराड़ा पुलिस थाने में इस संबंधी शिकायत दी। उन्होंने सफारी कार में 4 नौजवानों के नाम भी पुलिस को लिखवा दिए। पुलिस के मुताबिक सफारी में एमआर (मोनू राणा) ग्रुप के मेंबर सवार थे।

बराड़ा पुलिस की कहानी लगी संदिग्ध

बराड़ा पुलिस थाने के इंचार्ज यशदीप सिंह के मुताबिक उन्हें बीती रात 11 बजे के बाद विवेक के लापता होने की शिकायत मिली थी। दूसरी तरफ डेराबस्सी पुलिस स्टेशन में मौजूद विवेक के लापता होने से पहले उसके साथ गाड़ी में सवार नितिन ने बताया कि जब विवेक रात करीब 8 बजे तक वापस नहीं आया तो उन्होंने बराड़ा पुलिस को रात करीब साढ़े आठ बजे उसके लापता होने की शिकायत दर्ज करवा दी थी।

हरियाणा पुलिस की लापरवाही से हुई हत्या

मृतक विवेक राणा के परिजनों और दोस्तों ने आरोप लगाया कि विवेक की हत्या हरियाणा पुलिस की लापरवाही से हुई। उन्होंने कहा कि विवेक के दोस्तों ने जब पुलिस को उसके लापता होने की शिकायत करके एमआर ग्रुप के गैंगस्टरों का नाम लिखवा दिया था तो पुलिस ने उस समय विवेक की तलाश शुरू कर देनी चाहिए थी। दूसरी ओर, बराड़ा पुलिस ने विवेक के लापता होने की सूचना हरियाणा के अन्य पुलिस स्टेशनों तक भी पहुंचाने की हिम्मत नहीं जुटाई।

डेराबस्सी पुलिस ने लाश मिलने पर पंचकूला की पुलिस और सीआईए स्टाफ को इसकी सूचना दी थी, जिन्होंने मौके पर पहुंचकर लाश की पहचान होने से इंकार कर दिया था। इसके बाद सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने के बाद करीब साढ़े 11 बजे बराड़ा पुलिस ने मृतक की पहचान की। मृतक विवेक राणा शामली के आरके ग्रुप से संबंधित बताया जा रहा है।

करीब 11 गोलियां लगने से हुई विवेक की मौत

मामले की जांच कर रहे पंजाब और हरियाणा पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मृतक के शरीर पर करीब 11 गोलियां के निशान मिले हैं। मौके का जायजा लेने के बाद सामने आया है कि मृतक को अगवा करके यहां लाया गया और गोलियां मारकर उसकी हत्या कर दी। लाश के पास मिले कपड़े को देखकर लगता है कि उसको काबू करने के लिए उसके हाथ काले कपड़े से बांध दिए थे। वहीं, इस हत्या का कारण 2 ग्रुपों की रंजिश बताया जा रहा है।

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