Winter Vacation

PGI के 250 से ज्यादा डाक्टर गए छुट्टी पर, भगवान भरोसे मरीज!

सर्दियां आते ही विंटर वैकेशन भी शुरू हो गया है। पीजीआई के आधे डाक्टर एक महीने की छुट्टी पर चले गए हैं। इससे संस्थान की चिकित्सकीय सेवाओं के प्रभावित होने के आसार हैं। यदि कोई मरीज अगले एक महीने के दौरान पीजीआई में दिखाने के बारे में योजना बना रहे हैं तो संबंधित डाक्टर के बारे में पहले जानकारी हासिल कर लें, वरना बेवजह परेशान होना पड़ सकता है। कौन से डाक्टर ड्यूटी पर हैं और कौन से छुट्टी पर इसकी पूरी डिटेल पीजीआई ने संस्थान की वेबसाइट पर अपलोड की है।

पीजीआई के मुताबिक संस्थान में 7 दिसंबर से विंटर वैकेशन शुरू हो चुका है। 48 डिपार्टमेंट के करीब 250 से ज्यादा डाक्टर 7 दिसंबर से लेकर 21 दिसंबर तक छुट्टी पर रहेंगे, जबकि आधे डाक्टर 23 दिसंबर से लेकर छह जनवरी तक अवकाश पर रहेंगे। यानी एक महीने तक आधे डाक्टर छुट्टी पर रहने वाले हैं।

पीजीआई के डाक्टरों को साल में दो बार वैकेशन मिलती है। गर्मियों में एक महीने और सर्दियों में 15 दिन की। हालांकि पीजीआई का दावा है कि छुट्टियां होने के बावजूद मरीजों को परेशानी नहीं आने दी जाएगी। डाक्टरों के इस तरह से रोस्टर तैयार किए गए हैं ताकि हर डिपार्टमेंट के आधे डाक्टर एक समय पर मौजूद रहे।

मरीजों की टलती हैं सर्जरी

ऐसा नहीं कि डाक्टरों के छुट्टी पर होने से मरीजों को कोई दिक्कत नहीं आती, बल्कि परेशानी और बढ़ जाती है। खासतौर पर उन मरीजों को सबसे ज्यादा दिक्कतें आती हैं, जिनकी सर्जरी होनी होती है। डाक्टरों के नहीं होने पर सर्जरी टाल दी जाती हैं। इससे सर्जरी का वेटिंग टाइम बढ़ता है। हालांकि इनमें प्लान सर्जरी ही शामिल होती हैं लेकिन मरीजों को परेशानी तो आती ही है।

ओपीडी में जूनियर डाक्टरों के हवाले मरीज

विंटर वैकेशन सिर्फ सीनियर डाक्टरों को मिलती है जबकि जूनियर डाक्टर ड्यूटी पर रहते हैं। ओपीडी में अब मरीज जूनियर डाक्टरों के हवाले रहेंगे। जो डाक्टर छुट्टी पर हैं उनकी जगह अब जूनियर डाक्टर मरीज को देखेंगे। जो सीनियर डाक्टर ड्यूटी पर रहेंगे उनके पास पहले से ही मरीजों की अच्छी खासी भीड़ होती है, ऐसे में छुट्टी पर चल रहे डाक्टरों के मरीजों को वे कैसे देख पाएंगे।

गंभीर मरीजों को भी आती हैं दिक्कतें

डाक्टरों के छुट्टी पर चले जाने से गंभीर मरीजों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। मान लीजिए कोई मरीज न्यूरोसर्जरी का है और वह जिस डाक्टर को दिखा रहा था, वे छुट्टी पर चला जाता है और इस बीच मरीज को अचानक से परेशानी आ जाती है तो जूनियर डाक्टर तो उसे देख लेंगे, लेकिन सीनियर डाक्टर उस मरीज को देखने से हाथ खींच लेते हैं। ऐसा अकसर देखने को मिलता है।

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