Bike Taxi Service Hold In Chandigarh

चंडीगढ़ में बाइक टैक्सी सर्विस पर रोक, ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने बताई ये वजह

सिटी ब्यूटीफुल में बाइक टैक्सी सर्विस योजना पर ब्रेक लग गई है। परिवहन विभाग के अधिकारियों का तर्क है कि मोटरसाइकिल को पब्लिक ट्रांसपोर्ट के तौर पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। दूसरा, पब्लिक ट्रांसपोर्ट में पैसेंजर की सुरक्षा का विशेष ख्याल रखा जाना चाहिए।

बाइक टैक्सी में पैसेंजर को सुरक्षा देना नामुमकिन है। वहीं, सबसे बड़ी अड़चन बाइक टैक्सियों का कॉमर्शियल व्हीकल की श्रेणी में रजिस्ट्रेशन कराना होगा। बता दें कि गुरुग्राम और गोवा के तर्ज पर चंडीगढ़ में यह सुविधा शुरू की जानी थी।

स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी ने शहर में टू व्हीलर टैक्सी सर्विस की पॉलिसी बनाई थी। कंपनियों से आवेदन भी मांगे गए थे। शहर में केवल उबर व ओला ने ही मोटो बाइक टैक्सी शुरू करने के लिए प्रस्ताव भेजा था। कंपनियों के प्रस्ताव पर पॉलिसी भी तैयार की गई, लेकिन खामियों और सुरक्षा के मद्देनजर फिलहाल रोक दिया गया है।

एसटीए व ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की पॉलिसी के मुताबिक कैब चालकों की भांति टू व्हीलर टैक्सी चालकों का रिकॉर्ड रखने के साथ-साथ चालकों की पुलिस वेरिफिकेशन जरूरी है। एसटीए ही इनका रंग तय करेगा।

रोड सेफ्टी की बैठक में उठे तीन मुद्दे नहीं हो सके हल

रोड सेफ्टी काउंसिल की मीटिंग में बाइक टैक्सी सर्विस शुरू किए जाने को लेकर भी विस्तार से चर्चा हुई थी। उस समय मीटिंग में बाइक टैक्सी सर्विस में महिला पैसेंजर की सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए हेलमेट, एक ही हेलमेट के अलग-अलग पैसेंजर के प्रयोग और बाइक पर स्पीडो मीटर लगाने जैसे मुद्दे उठाए गए थे। इन मुद्दों का प्रशासन अभी तक कोई हल नहीं निकाल सका।

यहां बाइक टैक्सी सर्विस की हो चुकी है शुरुआत

ट्राइसिटी में ओला और उबर की तीन हजार से अधिक टैक्सियां चल रही हैं। बाइक टैक्सी सेवा में भी बुकिंग एप के जरिए करने की प्लानिंग थी। इसका किराया कार टैक्सी के मुकाबले आधा रखने की प्लानिंग थी। गोवा में इसे पायलट कहा जाता है।

गुरुग्राम में बाइक टैक्सी सर्विस की शुरुआत दिसंबर 2015 में हुई थी। बैंकॉक और लंदन में टू व्हीलर टैक्सी का प्रयोग हो रहा है। गुरुग्राम में टू व्हीलर टैक्सी का मिनिमम चार्जेज 10 रुपये है। इसके बाद प्रति किमी चार रुपये चार्ज किए जाते हैं। वहीं, चंडीगढ़ में ओला टैक्सी के लिए 10 किमी का चार्ज 100 रुपये से अधिक देना पड़ता है।

ई रिक्शा को प्रोमोट करने की योजना

ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के अधिकारियों की मानें तो बाइक टैक्सी की जगह चंडीगढ़ में ई रिक्शा को प्रोमोट किए जाने की प्लानिंग चल रही है। इससे प्रदूषण से भी मुक्ति मिलेगी।

बाइक टैक्सी पॉलिसी को फिलहाल रोक दिया गया है। पैसेंजर की सेफ्टी को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है। लोगों की बाइक टैक्सी को लेकर कोई खास डिमांड भी नहीं है। यह सब देखते हुए अभी बाइक टैक्सी सर्विस शुरू नहीं की जा सकती।
-अमित तलवार, डायरेक्टर, ट्रांसपोर्ट विभाग

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