बच्चों के हादसे में मारे जाने की सूचना जैसे गांव में पहुंची तो पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया

बच्चों के हादसे में मारे जाने की सूचना जैसे गांव में पहुंची तो पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया

रो-रोकर बच्चों की मांओं की हालत खराब
– गांव भुखड़ी में बच्चों की मौत के बात पसरा सन्नाटा
-रिश्तेदारों के संग टैंपू में सवार होकर जाना था सत्संग में
अमर उजाला ब्यूरो
मोहाली।
बच्चों के हादसे में मारे जाने की सूचना जैसे गांव में पहुंची तो पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया। गांव के लोग तुरंत अस्पताल की ओर निकल पड़े। बच्चों के परिजनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। अस्पताल में चिल्लाने की आवाजों से माहौल गमगीन हो गया। मृतक बच्चों की माताओं का रो-रो कर बुरा हाल था। अस्पताल पहुंचे गुरप्रीत सिंह ने बताया कि वह खरड़ में पंद्रह साल से टेलर काम कर रहे हैं। हादसे में उसके बच्चों की मौत हो गई है। उसने बताया कि परिवार हर रविवार को मुंडी खरड़ स्थित निरंकारी भवन में सत्संग सुनने जा रहा था। रविवार सुबह भी पत्नी सुमिता बच्चों को लेकर अपने रिश्तेदारों के घर जा ही थी। वहां से सबको ऑटो से मुंडी खरड़ जाना था। उसने बताया कि उसका छोटा बेटा मनवीर खरड़ के हेमकुंठ स्कूल में दूसरी कक्षा में पढ़ता था। जबकि लड़की रितू गांव रडियाला के सरकारी स्कूल में 8वीं में पढ़ती है। हादसे में इन दोनों बच्चों की जान चली गई। वहीं, समरजीत सिंह ने बताया कि उसके चार बच्चे हैं। वह 40 साल से गांव भुखड़ी में रह रहे हैं। उसका छोटा बेटा निखिल सरकारी स्कूल रडियाला में 6वीं कक्षा में पढ़ता थी। वह अपने पड़ोसियों संग सत्संग में जा रहा था। इसी बीच हादसा हो गया।

कभी मिस नहीं करते थे सत्संग
परिजनों का कहना था कि बच्चे काफी धार्मिक स्वभाव के थे। वह कभी भी सत्संग मिस नहीं करते थे। साथ ही हमेशा इकट्ठे होकर ही जाते थे। इसके अलावा फोटो खिंचवाने के भी शौकीन थे।

Rate this post

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*