पांच लाख रुपये घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा गया उद्योग विभाग का जाइंट डायरेक्टर तिलक राज के बाद अब CBI सीएम के करीब तक जा पहुंची है। हिमाचल उद्योग विभाग के संयुक्त निदेशक तिलकराज शर्मा रिश्वत प्रकरण में वीरवार को सीएम के ओएसडी पीएस रघुवंशी से नौ घंटे पूछताछ हुई। रघुवंशी शिमला से सुबह 11 बजे ही सीबीआई कार्यालय चंडीगढ़ पहुंच गए थे। रात 8 बजे तक उनसे पूछताछ चली। सीबीआई ने रघुवंशी से वीरवार को सभी आरोपियों से आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की। तिलकराज और राणा के सामने पूछताछ के दौरान रघुवंशी ने उन्हें पहचानने से इंकार कर दिया और कहा कि वह न तो पहले उनसे कभी मिला है और न ही उनका नाम सुना है। साथ ही कहा कि उसका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। उसे नहीं पता कि उसका नाम कैसे सामने आया है। जांच पड़ताल के बाद संभवत: उनकी एक-दो दिन में गिरफ्तारी हो सकती है। सीबीआई के पास उनके खिलाफ सबूत तो पुख्ता हैं, बस मामले में उनकी भूमिका को लेकर पड़ताल की जा रही है। बता दें कि रघुवंशी का नाम लेकर ही तिलकराज ने सीए चंद्र शेखर से फोन पर 10 लाख रुपये देने को कहा था। तिलकराज ने कहा था कि उसे पैसे दिल्ली में सीएम के ओएसडी रघुवंशी तक पहुंचाने हैं। अगर उन्हें यकीन न हो तो वह उसकी उनसे बात करवा सकता है। आगे पढ़ें रिकार्डिंग में सामने आए थे नाम

पांच लाख रुपये घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा गया उद्योग विभाग

पांच लाख रुपये घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा गया उद्योग विभाग\

पांच लाख रुपये घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा गया उद्योग विभाग का जाइंट डायरेक्टर तिलक राज के बाद अब CBI सीएम के करीब तक जा पहुंची है। हिमाचल उद्योग विभाग के संयुक्त निदेशक तिलकराज शर्मा रिश्वत प्रकरण में वीरवार को सीएम के ओएसडी पीएस रघुवंशी से नौ घंटे पूछताछ हुई। रघुवंशी शिमला से सुबह 11 बजे ही सीबीआई कार्यालय चंडीगढ़ पहुंच गए थे। रात 8 बजे तक उनसे पूछताछ चली।

सीबीआई ने रघुवंशी से वीरवार को सभी आरोपियों से आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की। तिलकराज और राणा के सामने पूछताछ के दौरान रघुवंशी ने उन्हें पहचानने से इंकार कर दिया और कहा कि वह न तो पहले उनसे कभी मिला है और न ही उनका नाम सुना है। साथ ही कहा कि उसका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। उसे नहीं पता कि उसका नाम कैसे सामने आया है।

जांच पड़ताल के बाद संभवत: उनकी एक-दो दिन में गिरफ्तारी हो सकती है। सीबीआई के पास उनके खिलाफ सबूत तो पुख्ता हैं, बस मामले में उनकी भूमिका को लेकर पड़ताल की जा रही है। बता दें कि रघुवंशी का नाम लेकर ही तिलकराज ने सीए चंद्र शेखर से फोन पर 10 लाख रुपये देने को कहा था। तिलकराज ने कहा था कि उसे पैसे दिल्ली में सीएम के ओएसडी रघुवंशी तक पहुंचाने हैं। अगर उन्हें यकीन न हो तो वह उसकी उनसे बात करवा सकता है।
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