तहसीलदार अमरिंदर ने बताया कि इस मकान के
सेक्टर-35 में अवैध रूप से चल रहे पीजी को एस्टेट आफिस ने वीरवार को सील कर दिया। इस पीजी को पिछले साल भी एस्टेट आफिस ने सील कर दिया था। लेकिन मकान मालिक ने सील तोड़ इसे फिर से शुरू कर दिया था। इसका पता चलने पर प्रशासनिक अमले ने इसे सील करने की कार्रवाई की। मकान मालकिन ने इसका विरोध करते हुए जमकर हंगामा किया । इसके बाद इंफोर्समेंट टीम ने पुलिस बुलाकर पीजी को खाली करवाकर फिर से सील कर दिया।
तहसीलदार अमरिंदर ने बताया कि इस मकान के ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर को पहले ही एस्टेट ऑफिस सील कर चुका था, लेकिन पीजी मालकिन रूपिंदर कौर ने मुख्य दरवाजे पर लगी सील को न छेड़ते हुए पीछे के रास्ते खिड़की को हटाकर अंदर जाने का रास्ता बना लिया था। इसके बाद अंदर का पूरा हिस्सा किराये पर दिया हुआ था। इसका पता चलने पर विभाग की टीम ने मौका मुआयना किया। इसे सही पाए जाने पर एस्टेट आफिस ने दोबारा बंद करवा दिया।
हालांकि मौके पर पहुंची इंफोर्समेंट टीम मकान के अंदर जाने लगी तो वहां मौजूद मकान मालकिन ने जमकर विरोध किया। इसके बाद सेक्टर-36 थाने से कुछ महिला पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचीं। मकान मालकिन ने उनके साथ भी बदतमीजी की। इस पर पुलिसकर्मियों ने उसे कब्जे में लिया और मकान से बाहर ले गईं। बाद में टीम मकान के अंदर पहुंची। वहीं विभागीय टीम ने इंस्पेक्शन पूरा करने के बाद सरकारी सील को तोड़कर अवैध पीजी चलने के मामले में रूपिंदर कौर के खिलाफ संबंधित थाने में डीडीआर दर्ज करवा दी है।
पहले भी हमारे पास इस मकान को लेकर शिकायत आ चुकी है, लेकिन जब भी जाते थे तो महिला बाहर से लगी सील दिखा देती थी। इंस्पेक्शन टीम अंदर जाने की कोशिश करती तो महिला हंगामा खड़ा कर वहां से जाने को मजबूर कर देती थी। इस बार हमारे पास पुख्ता सबूत थे कि घर पर सील लगी होने के बावजूद अवैध रूप से पीजी चल रहा है।
– अमरिंदर, तहसीलदार