Railway Station

चंडीगढ़ से चलने वाली 3 ट्रेनों में लगेंगे ‘स्मार्ट कोच’

चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से चलने वाली तीन ट्रेनों में 6 स्मार्ट कोच लगाए जाएंगे। हालांकि इसके लिए यात्रियों को दिसम्बर तक का इंतजार करना होगा। सूत्रों के मुताबिक चंडीगढ़ से चलने वाली दो ट्रेनों और और कालका से दिल्ली जाने वाली शताब्दी में ट्रायल बेस पर ऐसे 2-2 कोच लगाए जाएंगे।

एक कोच को बनाने में करीब 47 लाख रुपए की लागत आएगी। स्मार्ट कोच की खासियत यह है कि इसमें यात्रियों को बैठे-बैठे ही कई चीजों की जानकारी मिल सकेगी। ये कोच रायबरेली मार्डन कोच फैक्टरी में तैयार किए जा रहे हैं। इनमें से कुछ तैयार हो चुके हैं तो कुछ का काम अंतिम चरण में है।

गरीब रथ, शताब्दी और बाड़मेर का नाम शामिल :

रेलवे की तरफ से चंडीगढ़ से अजमेर जाने वाली गरीब रथ, कालका-चंडीगढ़ शताब्दी और बाड़मेर सुपरफास्ट ट्रेन में पहले ये कोच कोच ट्रायल बेस पर लगाए जाएंगे। यात्रियों का अगर रिसपांस बेहतर मिला तो इनकी संख्या बढ़ाई जा सकती है।

अगर चलते समय कोच के भीतर यात्रियों के साथ छेड़छाड़ या चोरी जैसी जैसी वारदात होती है तो इसकी जानकारी तुरंत लोको पायलट को हो जाएगी। ऐसे में वह आर.पी.एफ. और जी.आर.पी. से सीधा सम्पर्क संपर्क कर सकता हैं।

स्मार्ट कोच की ये होंगी खासियत

-कोच डायग्नोस्टिक प्रणाली
-सुरक्षा और निगरानी प्रणाली
-एयर कंडीशनिंग, डिस्क ब्रेक सिस्टम, फायर डिटैक्शन और अलार्म सिस्टम, जल स्तर सूचक जैसी अन्य उप प्रणालियों वाला इंटरफेस।
-यात्री सूचना प्रणाली यात्रियों को ट्रेन के अगले स्टेशन के बारे में सूचित करेगी और अगले स्टेशन पर आने का अपेक्षित समय भी दर्शाएगी। यह प्रणाली ट्रेन की गति भी दिखा सकती है।
-कोच में पानी है कि नहीं इसकी जानकारी भी एस.एम.एस. से केयरटेकर को मिलेगी।
-छोटे खुफिया क्षमता वाले सी.सी.टी.वी. कैमरे रेल यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाएंगे और ऑन-बोर्ड रेलवे कर्मचारियों के व्यवहार और गतिविधियों की निगरानी भी करेगा। सी.सी.टी.वी. फुटेज यात्रा के दौरान किसी भी अप्रिय घटना की जांच और अपराधियों की पहचान करने में रिमोट कंट्रोल सैंटर से सीधे हस्तक्षेप करते हुए मदद करेगा ।
-कोच में ए.सी. का क्या तापमान है इसकी भी जानकारी देगा।
-यह प्रणाली ब्रेक सिस्टम की निगरानी करने में भी सक्षम है और सिस्टम में किसी भी त्रुटि के बारे में अनुरक्षण कर्मचारियों को अग्रिम रूप से सूचित कर सकती है ताकि सुधारात्मक कार्रवाई और रख-रखाव की योजना बनाई जा सके।
-रेलयात्रियों (विशेष रूप से महिला और बच्चे) और ट्रेन के गार्ड के बीच परस्पर सम्पर्क स्थापित करने के लिए आपातकालीन टॉक बैक सिस्टम भी दिया गया है।
-कोच में वाई-फाई हॉट स्पॉट सूचना प्रणाली भी दी गई है। यात्री स्वयं डिवाइस से जुड़ सकते हैं और मोबाइल, टैब और लैपटॉप पर फिल्म, गाने और अन्य मनोरंजक कार्यक्रम देख सकते हैं।

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